सबसे बड़ी खबर-कौन कहता है “इंसानियत” मर चुकी है, इस महामानव के रहते तो बिल्कुल नही…
पटना Live डेस्क। अमूमन हम रोज़ ब रोज़ हम तमाम ऐसी खबरें विभिन्न माध्यमो से पढ़ते और सुनते है कि महज चांदी के चंद सिक्को या ज़मीन के टुकड़े या महज छोटे से निजी स्वार्थ खातिर भाई भाई का तो पिता पुत्र का रिश्तेदार अपने रिश्ते का खून पानी की तरह बहा…