बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

गोपालगंज में चीनी मिल में बॉयलर फटने से 7 मजदूरों की दर्दनाक मौत से गुस्साई भीड़ ने गाड़ियों में लगाई आग

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पटना Live डेस्क। बिहार के गोपालगंज के सासामुसा चीनी मिल में बॉयलर फटने से बड़ा हादसा हुआ है। जिसमें 7 मजदूरों की झुलसकर दर्दनाक मौत हो गई वही दस से ज्यादा मजदूर घायल बताए जा रहे हैं। इस हादसे में चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं तीन मजदूरों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। चीनी मिल से अभी और शवों के मिलने की आशंका जताई जा रही है।मौके पर पहुंचकर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू अॉपरेशन शुरू कर दिया है,टीम के मुताबिक मलबे में कुछ और मजदूरों के दबे होने की आशंका है,उन्हें निकालने का काम जारी है। घटना बुधवार रात बारह बजे के बाद की है।                                                                                  चीनी मिल का बॉयरल फटने से मृतको में से चार की पहचान हो चुकी है, जिसमे कुचायकोट के खजूरी गांव निवासी विक्रमा यादव, कन्हैया शर्मा, खजूरी गांव निवासी कृपा यादव तथा यूपी के पड़रौना निवासी समसुदिन अंसारी शामिल है। अभी भी घटना स्थल पर चार-पांच शव पड़े हुए हैं। इधर-उधर पड़े क्षत-विक्षत शवों को मलबे से निकालने की कोशिश की जा रही है।            घायलों की स्थिति गंभीर गंभीर रूप से घायल तीन मजदूरों को राजधानी पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है।इन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है,मृतकों की संख्या ज्यादा हो सकती है। घटनास्थल पर आला अधिकारी पहुंच गए हैं,उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के बीच चीनी मिल के मालिक के खिलाफ जबर्दस्त आक्रोश देखा जा रहा है।                                                                   मालिक और दो बेटों को पुलिस ने किया गिरफ्तार घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस मिल मालिक और उसके दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद मिल मालिक महमूद अली मिल परिसर में स्थित अपने आवास में फंसे हुए थे। उनके आवास को उग्र लोगों ने घेर लिया था जिसकी वजह से पुलिस को उन्हें गिरफ्तार कर ले जाने में परेशानी आ रही थी।घटना के बाद आकोशित लोगों ने मिल परिसर में जमकर तोड़फोड़ किया और आधा दर्जन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। पुलिस लोगों को समझाने में जुटी हुई है। एसपी रवि रंजन कुमार मिल मालिक के आवास के अंदर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर मिल के मालिक और उसके दो बेटों को गिरफ्तार किया। आक्रोशित लोगों ने मिल मालिक की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया और इसके साथ ही लोगों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। लोग ने जमकर हंगामा मचाया, लोगों का गुस्सा देखकर पुलिस की टीम भी मौके से भाग खड़ी हुई, लेकिन कुछ देर के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू अॉपरेशन शुरू किया।

बॉयलर बहुत पुराना, हादसे की बड़ी वजहस्थानीय लोगों के मुताबिक चीनी मिल का बॉयलर बहुत पुराना है और बुधवार की रात में करीब साढ़े बारह बजे चीनी मिल का बॉयलर टैंक अचानक ज्यादा गर्म होने की वजह से फट गया, जिसकी वजह से यह बड़ा हादसा हुआ है। लोगों ने कहा कि चीनी मिल के मालिक ने चीनी मिल में किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं की है।

मिल प्रबंधक ने नहीं दिया ध्यानलोगों के मुताबिक मिलकर्मी कई बार पुरानी मशीनों को बदलने की मांग करते रहे, लेकिन मिल प्रबंधन के द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसकी वजह से यह बड़ा हादसा हुआ है। लोगों ने बताया कि सात दिन पहले भी इसी मिल में हादसा हुआ था, जिसमे कई लोग जख्मी हो गए थे। इसके बाद भी बड़ी घटना का अंदेशा देखते हुए भी इसी बॉयलर से काम लिया जा रहा था।मिली जानकारी के मुताबिक रात में जब गन्ने की पेराई का काम चल रहा था, तभी बॉयलर टैंक में जाने वाली बॉयलर का पाइप फट गया, जिससे जबरदस्त धमाका हुआ और इसमें बायलर टैंक के समीप काम कर रहे मजदूरों के परखच्चे उड़ गए।

नीतीश ने दिए जांच के आदेश, जांच टीम पहुंची

मुख्यमंत्री ने गोपालगंज  जिले  के  सासामुसा निजी  चीनी  मिल  के  बॉयलर  फटने  से  हुये  हादसे  में  मरने  वालों  के  प्रति  गहरी  संवेदना  व्यक्त की  है। मुख्यमंत्री  ने  इस  हादसे  को  अत्यंत  दुखद  बताया  और  इस  हादसे  में  मृत  लोगों  के परिजनों  के  प्रति  गहरी  संवेदना  व्यक्त  की  है।दुख  की  इस  घड़ी  में  मृतक  के  शोक  संतप्त परिजनों  को धैर्य  धारण करने की  शक्ति  प्रदान  करने की भगवान  से  प्रार्थना  की  है।   मुख्यमंत्री  ने  हादसे  में  मारे  गये  सभी  मृतकों  के  परिजनों  को चार-चार लाख  रूपये अनुग्रह  अनुदान  देने  हेतु  आपदा  प्रबंधन  विभाग  को  निर्देश  दिया  है।                                                                   मुख्यमंत्री  ने  स्वास्थ्य  विभाग  को  घायलों  का  समुचित  इलाज  कराने  का  निर्देश   दिया  है,  साथ  ही उनके शीघ्र  स्वस्थ  होने की  ईश्वर से कामना  की  है। दुर्घटना  को  देखते  हुये  एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की  टीम  पहुंच चुकी है और रेस्क्यू जारी है।मुख्यमंत्री  ने  प्रधान  सचिव  गन्ना  उद्योग  एस  सिद्धार्थ  एवं  प्रधान  सचिव  श्रम  संसाधन  विभाग दीपक कुमार  सिंह  को  घटनास्थल  पर जाकर  घटना  की  जांच  करने का  निर्देश  दिया  है।

 

 

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