बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है। सरकार का दावा है कि सूबे सुशासन है। लेकिन जिन कंधो पर सुशासन की जिम्मेदारी है वही शासन को धोखा दे रहे है और अपराधियों को प्रोत्साहन दे रहे है। हालात ये बन गए है अमूमन खेत के चारों तरफ कंटीली झाडियों की बाड़ लगाई जाती है इसलिए कि आवारा पशु खेत में न घुस सकें और फसल का नुकसान न हो। लेकिन क्या हो कि जब बाड़ ही खेत को खाने लगे? बेचारी आवाम फिर क्या करे? ताले चोरों की खातिर लगाए जाते हैं लेकिन जब चौकीदार ही माल पार करने लगे तो बेचारा सूबे के व्यपारी कहां जाकर रोएगा।
अब तो सूबे में यही होता दिख रहा है। रक्षक ही भक्षक हो रहे हैं और आईपीएस ही अपराधियों के खैरख्वाह बन रहे है।
हद तो ये है कि राजधानी पटना समेत कई जिलों को अपने आपराधिक वारदात से हलकान रखने वाला दुर्दांत पवन चौधरी के दुःसाहस देखिये वो जिले के एसपी को धमकी दे देता है और एसपी साहब कहते भी है कि …बाबू धमकी दे रहे हो….
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Super Exclusive( वीडियो) सुशासन का हाल देखिये एक आईपीएस अफसर का कुख्यात सुपारी किलर से वार्तालाप पढ़िए …
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