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Super Exclusive – पटना के एस के पूरी थाने से शराबी को घंटो हाजत में रख मेडिकल होने के बाद भी “मुद्रा” लेकर छोड़ा गया, सिटी एसपी ने की जांच अब गिरेगी गाज

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पटना Live डेस्क। सूबे में पूर्ण शराबबन्दी को लागू करने की जिम्मेदारी खाकी के कंधों पर है। लेकिन शराब बन्दी की जमीनी हकीकत क्या है यह किसी से छुपा नही है। शराब मिली रही है तभी तो लोग शराब पीकर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा रहे है। लेकिन पैसे का खेल होने से समय समय पर खाकी पर आरोप भी लग रहे है जो समाचारों की सुर्खियां बन रही है। इसी कड़ी में राजधानी पटना के एस के पूरी थाने से एक शराबी की गिरफ्तारी और फिर उसकी रिहाई की जानकारी एसएसपी को मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना मध्य के एसपी सिटी अमरकेश डी को मामले की जांच की जिम्मेदारी एसएसपी द्वारा सौपी गई है। इस मामले की जांच ख़ातिर एसपी सिटी बीती रात एस के पूरी थाने में पहुचे और मामले के बाबत जांच की।


मिली जानकारी के अनुसार कल यानी सोमवार को शराब के नशे में एक युवक को थाने में पदास्थित कामेश्वर शर्मा नामक पुलिस अधिकारी ने गश्त के दौरान पकड़ा और थाने लेकर आये और मामला दर्ज कर पुनः गश्त पर रवाना हो गए। गिरफ्तारी शराबी का मेडिकल किया गया तो तकरीबन 156 पोइन्ट अल्कोहल की मात्रा पाई गई। इस दौरान बातौर ओडी अफसर दारोग़ा बैठा मौजूद थे। युवक के शरीर मे शराब की मात्रा 156 पॉइन्ट अल्कोहल पाया गया तो उसे हाजत में बंद कर दिया गया। इस दौरान सुबह 8 बजे ओडी अफसर ने अपना चार्ज सुबह एक महिला दारोग़ा को दिया साथ ही बताया कि एक शराबी हाजत में बंद है। लेकिन इसी दौरान थाने में लंबे वक्त से ज़में एक क्वीक मोबाइल ने तोड़पानी करते हुए उसे हाजत से बाहर निकाल कर मामले को रफादफा करने की कोशिश शुरू की। इस मामले में थाने में तैनात एक अन्य जो कम्यूटर से जुड़े कार्य इत्यादि करता है को शामिल कर लिया। फिर इन दोनों ने मिलकर लाखो की मोटी रकम लेकर शराबी युवक को थाने से छुड़वा दिया। वही सूत्रों का दावा है कि लगभग ढाई लाख में मामल सेट किया है। अब सवाल उठता है आखिर थानेदार की जानकारी के बिना ये कैसे संभव है?


युवक के छूटने के बाद यह जानकारी एसएसपी को मिली। फिर क्या था मामले की गम्भीरता को देखते हुए सिटी एसपी डी अमरकेश को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौपी गई है। सिटी एसपी बीतीरात थाना पहुचे और मामले के बाबत जांच कर इस घटना क्रम का सच जानने की कवायद की है। अब देखना है जांच की आंच किस किस पर आती है।

 

 

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