पटना Live डेस्क। बिहार के सियासी इतिहास में आज का दिन सबसे काले दिन के तौर पर दर्ज हुआ है। राजद सदस्यों ने सियासत की मर्यादा को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के मुँह पर गाली गलौज कर दी। इस बात की पुष्टि उपसभापति ने भी की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विधान परिषद में कहा कि जिनपर सीबीआई का रजिस्टर्ड केस था उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया। आज हमसे इस्तीफा मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग हताशा और निराशा के चरम पर हैं। सीएम ने कहा कि विपक्ष का आचरण अशोभनीय है और लोकतंत्र में जनता और कुदरत ताकतवर होती है बाक़ी कोई और नहीं। चंद माननीय सदस्यों के कारण सदन बाधित हुआ और वाद-विवाद नहीं हुआ। राजद के विधान परिषद सदस्यों के हंगामा और असंसदीय भाषा के कारण मार्शल द्वारा बाहर किया गया। सभी मामलों की जांच आचार संहिता समिति करेगी।
दूसरी तरफ राजद विधायक एवं मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि विधान परिषद के कारवाई के दौरान राजद सदस्यों को मार्शल द्वारा बाहर किया जाना सरकार के तानाशाह रवैया को दर्शाता है। लोकतंत्र में तानाशाह हुकूमत का कोई जगह नही होता। इसे बिहार की जनता स्वीकार नहीं करेगी। सरकार को सदन में जब जवाब देने के लिए कुछ नहीं बचा तो तानाशाही पर उतारू हो गयी है सरकार। मार्शल आउट का निर्णय सरकार के इशारों परलिया गया। यादव ने कहा कि विधान परिषद के इतिहास में आज का दिन काला दिन के रूप में जाना जाएगा।
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