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“यूपी-बिहार की हूँ और रहूंगी” – प्रियंका चोपड़ा

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पटना Live डेस्क। प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में कुछ बड़े मीडिया हाउस से बातचीत के दौरान अब तक के अपने सफर के बारे में खुल कर बात की। रिपोर्टर ने जब पुछा कि अब आपका विदेशों में ही ज्यादा रहना हो रहा है और वार्तालाप के लिए आप अंग्रेजी भाषा का ही प्रयोग करती है, तो हिंदी बोलना मिस करती है या नहीं? इस पर प्रियंका का जवाब था,”मैं अपने लोगो से हिंदी में ही बात करती हूँ। मैं कहीं भी रहूँ लेकिन मेरे अंदर से यूपी और बिहार कभी नहीं निकल सकता है।”

उनका हॉलीवुड का सफर कैसा रहा इसके जवाब में ‘देसी गर्ल’ प्रियंका ने बताया कि बाहर देशो में वो इंडिया को रिप्रेजेंट कर रही थी तो उन्होंने पहले से ही मन बना लिया था कि वो कोई भी छोटा किरदार नहीं करेंगी और अपनी बॉलीवुड में इमेज का पूरा ख्याल रखेंगी। साथ ही उन्होंने कहा की इंडिया में टैलेंट की कोई कमी नहीं है और न ही तो इंडियंस कहीं भी, किसी से भी क्षेत्र में पीछे है। अब तक बॉलीवुड से हॉलीवुड तक का उनका सफर बेहतरीन रहा है और आगे भी सब अच्छा रहेगा ऐसी ही उन्हें उम्मीद है।

बता दे कि प्रियंका ने रीजनल फिल्मों से अपने प्रोडक्शन की शुरुआत की है। उनकी प्रोडक्शन हाउस कई भाषाओ में फिल्म बना रही है, जिन्में से एक भोजपूरी भाषा भी है। उनके प्रोडक्शन के बिज़नेस में उनकी माँ उनकी पार्टनर एवं बिज़नेस हेड है। प्रियंका ने हर तरह के टैलेंट को मौका देने की इच्छा जताई और कहा कि उनके प्रोडक्शन हाउस का मकसद है टैलेंटेड लोगों को अपने टैलेंट दिखाने का अवसर और प्लेटफार्म प्रोवाइड करना।

भले ही प्रियंका सफलता के उस मुकाम पर पहुँच चुकी है, जहाँ पहुंचना सबके बस की बात नहीं लेकिन फिर भी प्रियंका अपनी मातृभाषा और मातृभूमि को भूल जाने वालो में से नहीं। विदेशो में महीनों बिताने पर भी प्रियंका अपने जन्मभूमि से जुड़ी हुई है वरना कितने ही बिहार और यूपी जैसे छोटे शहर वाले जब थोड़ी सफलता पा लेते है तो अपनी जन्म भूमि का बाद में जिक्र तक नहीं करते। पर उसके विपरीत इंडिया की देसी गर्ल और बिहार-यूपी की प्रियंका इतना वक़्त बाहर विदेशों में बिताने के बावजूद भी अपने शहर और अपने लोगों को बिल्कुल भी नहीं भूलीं और अभी भी अपने छोटे से शहर को वही इज्जत देती है इसका पता तो उनके दिये गए जवाबों से ही लगाया जा सकता है।

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