पटना Live डेस्क। बिहार में शराबबंदी के दो साल पूरे होने पर 05 अप्रैल, गुरुवार को राजधानी पटना में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके जीते जी शराब से होने वाली मौतें नहीं होने दी जाएंगी। मगर उनके एलान के 24 घंटे के अंदर ही गोपालगंज जिले के मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार तड़के नशे में धुत्त पुलिसकर्मी ने वैन से कुचलकर एक गर्भवती महिला की जान ले ली। वही सरकार के नाक के नीचे ही पटना पुलिस का एक जवान जमीनी विवाद को लेकर अपने बहन के ससुराल विक्रम थाना क्षेत्र में नशे में धुत्त होकर पहुचा और फिर अपनी सरकारी पिस्टल को लहराने के दौरान ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सूचना देने पर गिरफ्तार कर लिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार पटना जिला पुलिस बल में तैनात सुनील कुमार चौधरी को सूचना मिली की उसके बहन के ससुराल ,बिक्रम थाना अंतर्गत स्थित अख्तियारपुर में शौचालय बनाने को लेकर विवाद चल रहा हैं। ससुर, कुछ लोगों को बुलाकर मारपीट करना चाहता हैं।मोजक्का गांव निवासी ,जिला पुलिस बल का सिपाही सुनील कुमार चौधरी ,कार से अपने बहन की ससुराल शुक्रवार को पहुंचा ।बहन के ससुर और पति के बीच विवाद शुरू हो गया और दोनों तरफ से मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गयी। अपना बचाव और खतरे की आशंका को देखते हुये ,सिपाही सुनील कुमार चौधरी,पिस्टल निकाल दिया और लोगों को शांत करना चाहा।
लेकिन यही गलती उसे भारी पड़ गई और चुकी सुनील ने शराब पी रखी थी। लिहाज़ा ग्रामीणों की सूचना पर घटना स्थल परपहुंची बिक्रम थाने की पुलिस ने सुनील कुमार चौधरी को पकड़ लिया। थाने ले जाने के बाद जब सुनील की ब्रेथ एनालाइजर से जांच हुई तो शराब सेवन की पुष्टी हुई।फिर क्या था पुलिस ने शराबबंदी कानून उल्लंघन का मामला दर्ज करते हुए सुनील को गिरफ्तार कर लिया गया।
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