पटना Live डेस्क। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए में 25 सीआरपीएफ जवानों में बिहार के 6 जवान शामिल हैं। बिहार की ज़रखेज माटी के इन सपूतों ने अपने माटी का कर्ज चुकाते हुए शहादत की परंपरा को अक्षुण्ण बना दिया है।वीरता का परिचय देते हुए लाल आतंक को मुंहतोड़ जबाब देते हुते मुठभेड़ में शहीद हो गये। शहीद कॉन्सटेबल- अभय कुमार ( वैशाली),कॉन्सटेबल – सौराभ कुमार (दानापुर, पटना),कांस्टेबल – नरेश यादव( दरभंगा), कॉन्सटेबल- अभय मिश्र( भोजपुर) ,कॉन्सटेबल- रंजीत कुमार (शेखपुरा) का शव विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट पर पहुच गया है। पटना एयरपोर्ट पर डीएम संजय अग्रवाल, एसएसपी मनु महाराज समेत तमाम वरीय पदाधिकारी मौजूद है।
बिहार के शहीद सपूतों का शव लेकर विशेष विमान पटना एयरपोर्ट पर शाम 7.30 बजे विशेष विमान से पहुचा। बिहार की ज़रखेज माटी के लालो ने नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में अपनी अदम्य वीरता का परिचय देते हुए शहादत पाई। लेकिन सूबे की महागठबन्धन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार या उनकी सरकार के मंत्री या संतरियों या कोई खादीधारी ने शहादत को नमन तक नही किया। बिहार सरकार का कोई नुमाइंदा नही पहुंचा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डीजीपी और मुख्य सचिव शहीदों को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे। सिर्फ सरकारी अफसरों को भेजकर कोरम पूरा किया गया।
जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार अपने लाव लश्कर के साथ गांधी पर आधारित फिल्म देख रहे थे। इस वजह से वह एयरपोर्ट नहीं पहुंच सके।उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी।
दूसरे राज्य जहां अपने वीर सपूतों के मान सम्मान के लिए अनुग्रहों की बरसात कर रहे है। वही बिहार सरकार की संवेदनहीनता चरम देखिए नीतीश कुमार ने 5 लाख अनुग्रह राशि की घोषणा और नक्सल हमले की निंदा कर कोरम पूरा कर दिया।
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