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बिग न्यूज़ – पीएम मोदी फिर हिला देंगें पूरा विपक्ष,उपराष्‍ट्रपति उम्‍मीदवार खातिर मास्टर स्ट्रोक की तैयारी भारी पड़ सकता है एक बिहारी

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पटना Live डेस्क। भारतीय सेना के सर्वोच्च कमांडर यानी राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब उपराष्ट्रपति चुनाव की भी तैयारियां शुरु हो गई हैं। मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। उसके पहले 5 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होगा। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पिछले दस साल से लगातार दो बार उपराष्ट्रपति बने हैं। लेकिन, अब उनकी जगह कौन उपराष्ट्रपति बनेगा इसको लेकर सरगर्मी शुरू हो गई है।

अगर आंकड़ों के गणित के हिसाब से देखें तो एनडीए का उपराष्ट्रपति बनना भी तय माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि 10 साल बाद कोई बीजेपी का उपराष्ट्रपति होगा। राज्यसभा के भीतर अभी भी बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की ताकत ज्यादा नहीं है। फिलहाल बीजेपी के अपने 56 राज्यसभा सांसद हैं और सहयोगी दलों के साथ ये आंकड़ा 77 होता है। जबकि, कांग्रेस के पास 59 सांसद हैं और सहयोगी दलों के साथ ये आंकड़ा 84 तक पहुंचता है। एसपी और बीएसपी समेत कई क्षेत्रीय दलों के पास फिलहाल 82 राज्यसभा सांसद हैं। बीजेपी को लग रहा है कि किसी भी कीमत पर 2022 के पहले राज्यसभा में एनडीए के पास बहुमत संभव नहीं है।


मौजूदा हालात में उपराष्ट्रपति पद के दावेदार के तौर पर भी कई नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। चर्चा इस बात पर हो रही है। उपराष्ट्रपति पद पर जिन नामों पर फिलहाल चर्चा हो रही है उनमें गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल का नाम लिया जा रहा है। आनंदी बेन पटेल के जरिए बीजेपी गुजरात के पटेल समुदाय को साध सकती है जो हार्दिक पटेल के आंदोलन के बाद उनसे कुछ हद तक दूर हो गया प्रतीत हो रहा है। लेकिम मोदी शाह के मास्टर स्ट्रोक के तौर पर मणिपुर की गवर्नर नजमा हेप्तुल्लाह के नाम की भी जबरदस्त चर्चा हो रही है।


नजमा हेप्तुल्लाह पहले भी राज्यसभा की उपसभापति रह चुकी हैं। ऐसे में उन्हें सदन की कर्यवाही चलाने का अनुभव भी है। बीजेपी पहले से ही ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं को अपने पाले में लाने में लगी हुई है। दावा किया जा रहा था कि यूपी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम महिलाओं ने इस मुद्दे पर बीजेपी का साथ भी दिया था।

वही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उपराष्ट्रपति की दौड़ में बताई जा रही हैं। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, सुषमा स्वराज की साफ-सुथरी छवि और विपक्षी दलों को भी साथ लेकर चल सकने की क्षमता उनके पक्ष में जाती है। खासतौर से प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए जमकर तारीफ करने के बाद से ही ऐसे कयास लगने शुरू हो गए हैं।

हालांकि, इसके अलावा केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू से लेकर बीजेपी के बिहार से सांसद हुकुमदेव नारायण यादव और करिया मुंडा का भी नाम चर्चा में है। खबरों की मानें तो पीएम मोदी राष्ट्रपति उम्मीदवार की तरह ही इस चुनाव में भी किसी चौंकाने वाले नाम को सामने लाएंगे। वही सियासी गलियारों की चर्चा के अनुसार उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार बिहार को विशेष तवज़्ज़ो दी जा सकती है। यानी आप खुद समझे वोट बैंक के लिहाज से और महागठबन्धन में गांठ डालकर समर्थन दोनों के तारतम्य में हुकुमदेव नारायण यादव बेहद सटीक और दमदार उम्मीदवार की रेस में सबसे आगे बताये जा रहे है।

यादव ओबीसी समुदाय से आते हैं और उन्हें उपराष्ट्रपति बनाकर भाजपा ओबीसी मतदाताओं को एक संदेश देने की कोशिश करेगी।वहीं यादवों के बीच भी इससे भाजपा एक सकारामत्क संदेश देने की कोशिश करेगी।हुकुमदेव नारायण यादव बिहार के मधुबनी से सांसद हैं। वह पांचवीं बार लगातार लोकसभा पहुंचे हैं।यादव का नाम एनडीए उम्मीदवार के तौर पर लगभग तय है। पीएम मोदी को हुकुमदेव का चुटीला अन्दाज बहुत पसंद तो है ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में उनके नाम पर एतराज नही है

 

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