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बड़ी खबर – चर्चित व्यवसायी निखिल प्रियदर्शी ने किया सरेंडर, तो भेजा गया बेउर जेल

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना के बेहद चर्चित यौन शोषण मामले में फसे निखिल प्रियदर्शी एक बार फिर बेउर जेल पहुच गया है। लेकिन इस बार किसी अपराध के लिए बल्कि कोर्ट से मिले अस्थाई बेल की अवधि समाप्त होने पर निखिल ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया जिसके बाद कोर्ट ने उसे बेउर जेल भेज दिया है। अस्थाई बेल के बाद जेल पहुचे निखिल को अब हाईकोर्ट से स्थायी बेल लेना होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 के आखरी महीने से शुरू हुआ यह मामला राजधानी के सबसे चर्चित मामलों में शुमार हुआ।जिसकी परिणति पटना के बिजनेस मैन निखिल प्रियदर्शी ने कांग्रेस लीडर की बेटी सुरभि जयदेव से शादी के तौर पर खत्म हुई। बता दें कि निखिल को बेउर जेल से अस्थाई बेल पर बाहर आया था। उसकी पत्नी (पहले गर्लफ्रेंड) सुरभि ने निखिल पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था। जानिए क्या है प्यूरा मामला                              बिहार के पूर्व मंत्री की बेटी और पटना के ऑटोमोबाइल कारोबारी निखिल प्रियदर्शी ने कोर्ट में समझौता याचिका पत्र दाखिल किया था। समझौता पत्र में दोनों ने आपस में शादी करने का फैसला लिया था। जिसमें कहा गया है कि हमारे बीच कोई विवाद नहीं है।युवती ने दायर किए गए पत्र में कहा है कि वो 19 साल की है और बालिग है। बता दें कि सुरभि जयदेवा ने निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था।इसके बाद पुलिस ने निखिल को हिरासत में ले लिया था।जेल में रहने के दौरान सुरभि ने कई बार निखिल से जेल में मुलाकात की थी।              निखिल पिता के साथ हुआ था अरेस्ट             मामला 22 दिसम्बर 2016 से चल रहा था। सुरभि के आरोपों के बाद निखिल पिता के साथ उत्तराखंड भाग गया था।यहां पुलिस ने 14 मार्च 2017 को निखिल को पिता केबीपी सिन्हा समेत अरेस्ट कर लिया। इसके बाद से ही निखिल बेउर जेल में बंद था।जबकि उसके पिता केबीपी सिन्हा को 12 जून को जमानत मिल गई थी।सुरभि के आरोप -पिटाई करता है निखिल           सुरभि ने पहले निखिल प्रियदर्शी पर आरोप लगाया था कि वो उसके साथ मारपीट करता था।सुरभि और निखिल की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी। फिर दोनों में दोस्ती हुई और फिर वे मिलने लगे।बता दें कि निखिल प्रियदर्शी को उसके लैविश लाइफ और बैंक के कर्ज को लेकर बिहार का विजय माल्या कहा जाता है।कहा जाता है कि निखिल ने बिजनेस के लिए बैंकों के साथ-साथ आम लोगों को भी करोड़ों रुपए का चूना लगाया है। बैंक से नोटिस के बाद एक बार इस मामले में प्रियदर्शी को दानापुर पुलिस ने अरेस्ट भी किया था। कहा ये भी जाता है कि आम लोगों से पैसे लेने के बाद भी गाड़ी नहीं दिया था।स्टेट बैंक डाकबंगला चौराहा से 36 करोड़ का लोन बाकी है। प्रियदर्शी मोटर और प्रियदर्शी फोर्ड पर जबकि पोर्स, ऑडी, मर्सिडीज और फोर्ड फिगो का 2 करोड़ का लोन बाकी है। निखिल को महंगी गाड़ियों का शौकिन माना जाता है। अक्सर वो कई बड़ी हस्तियों और भोजपुरी हीरोइन्स के साथ पार्टियों में नजर आता था। निखिल प्रियदर्शी के पिता कृष्ण बिहारी प्रसाद रिटायरआईएएस हैं और जीजा राजीव रंजन सीबीआई एसपी हैं। लेकिन कानून के नज़र क्या आम क्या ख़ास निखिल फिर एक बार बेउर जेल पहुच गया है।

 

 

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