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शहीद रंजीत की पत्नी बोली मुझे गर्व है कि मैं एक शहीद की पत्नी हूँ

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पटना Live डेस्क। छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान रंजीत कुमार के पैतृक गांव फुलचोड़ में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है।26 साल की उम्र में ही देश के लिए कुर्बान हुए इस जांबाज बेटे की छह साल पहले ही सीआरपीएफ में भर्ती हुई थी। घर वालों को रंजीत के शहीद होने की खबर सोमवार की देर शाम में मिली। शहीद रंजीत की पत्नी सुनीता ने बताया कि उनके पति देश की खातिर शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे अपने पति पर गर्व है। मुझे गर्व है कि मैं एक शहीद की पत्नी हूँ।

घात लगाकर नक्सलियों द्वारा किये गए इस हमले को पत्नी सुनीता कायरता करार देते हुए ऐसे तत्वों के खिलाफ निर्णायक और सख्त कार्रवाई की मांग सरकार से की है। शहीद रंजीत की अपने घर वालों से अंतिम बातचीत रविवार की रात हुई थी। रंजीत इसी महीने 28 अप्रैल को छुट्टी पर घर आने वाला था।

सुनीता ने बताया कि पति की शहादत के बाद मुझे अपने दो छोटे बच्चों, सात साल के सतीश और चार साल के विकास के भविष्य की चिंता सता रही है।

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