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Good News – मुंगेर एसपी आशीष भारती के प्रयास ने अंधेरे में बिखेरी रौशनी तो जगमगा ने लगे वंचितों के चेहरे

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पटना Live डेस्क। मुल्क में दीपोत्सव की सतंरगी छटा
बिखरी पड़ी है। खुशियों के इस अवसर पर आईपीएस आशीष भारती के एक बेहद संजीदा प्रयास ने समाज के उस वर्ग के चेहरे पर भी मुस्कान बिखेरी है जिसे मुफ़लिसी के अंधेरों ने जकड़ रखा है। अमूमन अपनी व्यस्त और जिम्मेदारियों से भरी जीवन शैली के बीच गर इंसान को गर कुछ वक्त मिलता है तो वो अपने परिजनों और अपनो के बीच उसे व्यतीत करने की चाहत रखता है। लेकिन बातौर पुलिस अधीक्षक मुंगेर अपनी तमाम बेहद व्यस्त जीवन शैली और दिनचर्या के बीच आशीष ने अपने बेहद प्रशसनीय पहल से उन मासूमो के चेहरे पर वो अनमोल मुस्कुराहटें बिखेरी है जो उनके बेहद संजीदा और संवेदन — शीलता का परिचायक।यह कहने को तो बेहद नन्हा प्रयास है पर इसके मायने और मतलब बेहद दूरगामी है।

खुशियों के मौके पर अपने और अपनों के बीच तो सभी मौजूद रहते है। पर, इस अवसर पर समाज के वंचित और मुफ़लिसी की चादर में लिपटी ज़िन्दगियों को रौंशन करने का जज़्बा आईपीएस आशीष भारती की दिली समरसता और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति उनके अतुलनीय समर्पण को दर्शाता है। साथ ही भारतीय गणराज्य के एक वरियतम ओहदेदार को दीपोत्सव पर समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े वंचित वर्ग के बीच घुप्प अंधेरों में नन्हे जुगनू की तरह रौशनी बिखेर का प्रयास इस वर्ग को अहसान कराता है कि वो भी इस मुल्क के न केवल नागरिक है बल्कि उनका खयाल निज़ाम को भी है। यह बात अलहदा है कि यह प्रयास एसपी मुंगेर का निजी प्रयास है। जो वो अमूमन हर तीज त्योहार और विशेष मौकों पर करते है।


लेकिन, यह निजी प्रयास भी मुल्क की माटी को मजबूत और उत्तरोत्तर मजबूती ही देता है। दीपोत्सव के बीच नन्हे बच्चों के चेहरे पर मुस्कुराहट बिखरने के बेहद सराहनीय प्रयास ख़ातिर पटना Live की पूरी टीम आईपीएस आशीष भारती को बधाई देती है। टीम साथ ही मुंगेर एसपी द्वारा वंचित और मुफ़लिसी के चेहरे पर बिखेरी गई नर्म मुस्कान और दीपोत्सव की खुशियों को साझा करने के इस उम्दा अभियान को भविष्य मे भी जारी रखने की गुहार लगाती है।

महज़ एक पैकेट नही एक उम्मीद हैं…..

मुंगेर एसपी आईपीएस आशीष भारती ने समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े सबसे वंचित और कमजोर वर्ग के संग दीपोत्सव की खुशियां न केवल साझा की बल्कि उनका मुह भी मीठा कराया। इस दौरान एसपी मुंगेर ने अपनी माँ की गोद मे रहे और साथ आये बालको को रंगबिरंगी रौशनियों फैलाने वाली फुलझड़ियां तो दी ही, साथ ही अंधेरे से मुकाबले ख़ातिर मोमबत्तियां के पैकेट भी वितरित किया।

 

आशीष के इस बेहद संजीदा प्रयास से नन्हे बच्चों के चेहरे पर मुस्कान तो दिखी ही अंधेरे में अपने प्रयास से उस परिवेश में रौशनी बिखेरा जिन गलियों-मोहल्लों गाँव गली गलियारों में महज तब आवाजाही बढ़ती है जब चुनावी मौसम आता है। जिले के एसपी को त्योहार के दिन अपने बीच पाकर खुद को वंचित मनाने और पुकारे जाने वालो के  चेहरों पर एक अमीट विश्वास भी झलका जो उन्हें भी विशिष्ट होने का भाव करा रहा था। वही महिलाओं ने इस प्रयास ख़ाति एसपी साहब को दिल से आशीर्वाद दिए तो आशीष के चेहरे पर भी एक बेहद कर्मठतापूर्ण विश्वास और संतोष झलक रहा था।

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