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बड़ी खबर – मोकामा में मातमी सन्नाटे के बीच मुकाबले को बेकरार दो गुट,अनहोनी की आशंका से सहमे है लोग, ख़ुफ़िया विभाग अलर्ट

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पटना Live डेस्क। पटना जिला के टॉप टेन अपराधियों में शुमार रहा रामजनम यादव की पिछले रविवार को पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में अथमलगोला स्टेशन के समीप चलती ट्रेन हुई हत्या के बाद से ही मोकामा क्षेत्र में जबरदस्त तनाव व्याप्त है। कुख्यात रामजनम यादव की हत्या का आरोप मोकामा के निर्दलीय बाहुबली विधायक अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार पर लगा है। विदित हों की हत्या वाले दिन यानी रविवार की रात को रामजन यादव के शव को लेकर हाईवे जाम करने और पुलिस जीप को फूंक देने के मामले में पंडारक पुलिस ने थानाध्यक्ष दिवाकर विश्वकर्मा के बयान पर लेमुआबाद गांव के 50 नामजद तथा 200 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
मार डाले गए रामजनम यादव की पत्नी लेमुआबाद की मुखिया निक्की देवी ने दर्ज कराई
प्राथमिकी में अपने पति की हत्याकांड के पूरी साजिश रचने और गोली मारने का आदेश देने का आरोप विधायक अनंत सिंह पर लगाया है। इस हत्याकांड की प्राथमिकी जीआरपी थाने में दर्ज की गयी है। रामजनम हत्याकांड की जाँच के लिए रेल पुलिस ने 5 सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया। इस संबंध में एडीजी (रेल)आलोक राज ने बताया कि रेल डीएसपी भगवान प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। वही मामले के इंवेस्टिगेटिंग ऑफीसर सुरेश राम को बनाया गया है।
वही, दूसरी तरफ हत्याकांड में मोकामा विधायक का नाम आना रेल पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। उल्लेखनीय है पूर्व में अनन्त सिंह ने
अपनी हत्या का अंदेशा जताते हुए बिहार पुलिस के आईजी ऑपरेशन्स कुंदन कृष्णन पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए मीडिया में बयान दिया था कि उनके द्वारा इलाके के नामवर दुर्दांत आपराधियों विवेका पहलवान ,भोला सिंह और रामजनम यादव समेत अन्य  को अत्याधुनिक हथियार जैसे एके-47 रायफल दिया गया है ताकि उनकी हत्या की जा सके। इस गंभीर आरोप पर एक बार को तो पूरा प्रशासन सन्न हो गया था। वही निर्दलीय बाहुबली विधायक द्वारा नाम लेकर आईजी कुंदन कृष्णन पर लगाए गए बेहद गंभीर आरोप के बाबत आईजी को भी सफाई देनी पड़ी थी।
आरोप लगाने के बाद से बाढ़ मोकामा क्षेत्र इस बात को लेकर जबरदस्त चर्चा अभी जारी ही थी कि इसी बीच कुख्यात अपराधी रामजनम यादव की चलती ट्रेन में सरेआम हत्या हो गई। चुकी विधायक ने कुख्यात को अपनी हत्या का षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप चस्पा किया गया था तो यह बात लाजिमी है कि
रामजनम यादव की हत्या के बाद उनपर पर आरोप के छीटे पड़ेंगे ही। वही पूरे इलाके में इस बात को लेकर जबरदस्त चर्चा है कि कहीं न कहीं इस हत्या में जरूर बाहुबली की तो संलिप्ता होगी ही। क्योंकि विधायक अनंत सिंह की भी छवि काफी दागदार रही है। विधायक अनंत सिंह इतने दबंग हैं कि जब प्रदेश के तत्कालिन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से खफा हो गये थे तब इन्होने फोन से जीतन राम मांझी को जान से मारने की धमकी दी थी।

खैर यह पहले की बात है उस समय विधायक अनंत सिंह जदयू के सदस्य थे और वर्तमान में निर्दलीय विधायक हैं। कुख्यात रामजन्म यादव की हत्या के बाद पूरे बाढ़, मोकामा व पंडारक इलाके मे तनाव का माहौल है। पुलिस गश्त तेज कर दी गयी है। स्थानीय पुलिस कुख्यात की हत्या के विरोध में सड़क जाम व उपद्रव करने वालों की तलाश में जुटी है। अप्रिय वारदातों की आशंका को देखते हुए खुफिया विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है क्योंकि कुख्यात रामजनम यादव के दाह संस्कार में उसके सैकड़ों समर्थकों ने हिस्सा लिया था। अब प्रशासन के लिए मोकामा क्षेत्र में शांति कायम रखना चुनौती बनी हुई है।

दहशत में ग्रामीण, पुलिस कर रही कैंप

पंडारक थाने के लेमुआबाद व छपेरातर गांव में लोग अप्रिय वारदात की आशंका पर दहशत में हैं। रामजन्म के समर्थक व कट्टर विरोधी उदय गिरोह के बीच तनाव बरकरार है।हालांकि इलाके में उपद्रवी तत्वों से निबटने को दंगा निरोधी दस्ता भी मंगाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि रामजन्म ने इलाके  में अपराधियों का बड़ा नेटवर्क फैला रखा था।उसके गिरोह की कमान उसके करीबी  संभाल सकते हैं। इधर रामजन्म की हत्या के बाद बाढ़ जेल में बंद कुख्यात उदय यादव के गुर्गे भी वर्चस्व कायम करने के लिये घूम-घूम कर फायरिंग कर रहे हैं। इस संबंध में पंडारक थानेदार दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि पुलिस मुस्तैद है।

बालू व मछली कारोबार को लेकर गिरोहों में अदावतपंडारक व मेकरा-कन्हाईपुर में सक्रिय रामजन्म यादव, उदय यादव, मुकेश यादव, प्रमोद यादव, श्यामसुंदर यादव सरीखे अपराधियों के बीच अदावत की जड़ गंगा से अवैध बालू खनन और मछली का अवैध कारोबार है। गंगा नदी से बालू का अवैध खनन गिरोहों को मोटी आमदनी दिलाता है। गंगा नदी में मछली मारने वाले मछुआरों को तब तक मछली मारने नहीं दिया जाता है जब तक रामजनम यादव-उदय यादव गिरोहों से कमीशन तय नहीं हो जाता है। सूत्रों की मानें तो गंगा नदी से होने वाली आय पर कुछ महीनों पहले तक उदय यादव का वर्चस्व था।कुछ दिनों पहले पंडारक थाना ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उदय यादव के जेल जाने के बाद रामजनम यादव ने बालू और मछली के धंधे पर एकाधिकार जमाना चाहा और ताबड़तोड़ इसको लेकर दहशत कायम करने लगा था।

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