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बड़ी खबर -(सीसीटीवी फुटेज)लापता आईएएस की पत्नी और परिजनों का दावा डेडबॉडी जितेंद्र झा की नहीकल फिर अस्पताल जायेगी फैमिली

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पटना Live डेस्क। दिल्ली के द्वारका इलाके से लापता भारत सरकार के अधिकारी जितेंद्र कुमार झा की लाश पुलिस ने बरामद बरामद किया है।लेकिन अब इस मामले में जबदस्त मोड़ आ गया है। लापता आईएएस की पत्नी भावना झा ने दिल्ली पुलिस द्वारा बरामद शव को जितेंद्र का शव मनाने से इनकार कर दिया है। दिन दयाल हॉस्पिटल में लाई गई लाश को लापता आईएएस की पत्नी और परिजनों ने बारीकी से देखने के बाद स्पष्ट तौर से इसे जितेंद्र का शव होने से इनकार कर दिया है। वही, दिल्ली पुलिस ने दावा किया था कि उनका शव पालम विहार रेलवे लाइन पर मिला है। लाश के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। पहली नजर में पुलिस को मामला आत्महत्या का ही लग रहा है, लेकिन मामले की जांच की जा रही है।
डीसीपी द्वारका शिबेस सिंह ने बताया कि लाश के पास एक सुसाइड नोट मिला है शुरुआती जांच में पुलिस का कहना है कि यह मामला खुदकुशी का नजर आ रहा है लेकिन पुलिस इस केस की और सुसाइड नोट की पूरी जांच कर रही है पुलिस का कहना है कि केस की हर एंगल से जांच की जाएगी।
बताते चलें कि जितेंद्र कुमार झा इंडियन सिविल अकॉउंट्स सर्विसेज के अधिकारी है। बीते सोमवार की सुबह तकरीब 9 बजकर 14 मिनट के आसपास सोसाइटी के सीसीटीवी में उनके टहलते हुए आगे बढ़ने की तस्वीर कैद है।उस दिन जितेंद्र सुबह अपने घर से वॉक के लिए बाहर निकले थे। उस वक़्त उनका मोबाइल भी घर पर ही था,लेकिन उसके बाद से वो घर नहीं लौटे।

वर्त्तमान में जितेंद्र मानव संसाधन मंत्रालय में तैनात है। साथ ही वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एद्मिस्ट्रेशन में ट्रेनिंग भी कर रहे है। उनकी पत्नी के मुताबिक सोमवार की सुबह करीब साढ़े 9 बजे वह घर से निकले। काफी समय गुज़रने के बाद जब उनका कोई पता नहीं चला तो रात को थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई गई।

      पत्नी भावना झा के मुताबिक वह पिछले काफी समय से परेशान चल रहे थे डिपार्टमेंट से अमूमन 5-6 महीने में उनका ट्रांसफर कर दिया जाता था।इससे पहले वह सूचना प्रसारण मंत्रालय में थे। बाद में उनका ट्रांसफ़र एचआरडी मिनिस्ट्री में कर दिया गया था। वह कहते रहते है कि उनकी काफी लोगों से दुश्मनी भी हो गई थी, क्योंकि वह एक ईमानदार अधिकारी है। सोसाइटी से बाहर निकलते हुए करीब साढ़े 9 बजे वह सीसीटीवी में नज़र आए लेकिन उसके बाद वह कहां गए,यह किसी को नहीं मालूम है। फिलहाल पुलिस ने ट्रैक से बरामद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

ट्रैक पर मिला था लावारिस शव, पेपर में विज्ञापन 

उधर सोमवार रात लगभग 12 बजे पालम इलाके में पुलिस को रेलवे ट्रैक पर एक शव मिला। शव के गर्दन से नीचे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था। शव के पास से कोई ऐसी वस्तु नहीं थी, जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। पुलिस ने शव को शिनाख्त के लिए शवगृह में सुरक्षित रखवा दिया। गुरुवार को इस शव की शिनाख्त के लिए रेलवे पुलिस की तरफ से विज्ञापन दिया गया।यह विज्ञापन देखकर द्वारका साउथ पुलिस ने उनसे संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह शव द्वारका साउथ से लापता जितेन्द्र का लग रहा है। द्वारका पुलिस ने शवगृह में जाकर जब शव को देखा तो उसकी शिनाख्त जितेन्द्र झा के रूप में की। पुलिस ने शाम को परिवार के सदस्यों को भी शव देखने के लिए बुलाया। उन्होंने शव को देखकर स्पष्ट तौर पर उसे जितेन्द्र का शव नहीं माना। उधर द्वारका पुलिस का दावा है कि उन्हें एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें जितेन्द्र ने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेवार नहीं ठहराया है।

 

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