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बड़ी खबर (एक्सक्लूसिव) – गृह सचिव अमीर सुबहानी की पत्नी की मौत “साजिशन हत्या” बकौल पूर्व आईपीएस

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कुलदीप भारद्वाज साथ मे अभय पांडेय,

पटना Live डेस्क। बिहार के गृह सचिव आईएएस आमिर सुबहानी पर अब तक का सबसे बड़ा आरोप लगा है। यह आरोप किसी आमो खास नही एक पूर्व आईपीएस ने लगाया है। यह आरोप चस्पा करने आईपीएस मंसूर अहमद अपने खुलासों और आरोपो को लेकर हमेशा चर्चित रहे है। बिहार सरकार ने आईपीएस अफसर मंसूर अहमद को  निलंबित कर दिया था। उन पर मनमानी करने और अनुशासनहीनता के आरोप लगाये गये थे। गौरतलब है कि आईपीएस अफसर मंसूर अहमद ने बिहार के मुख्यसचिव अंजनी कुमार सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने उनके प्रोमोशन के एवज रिश्वत की मांग की थी और मंसूर अहमद डी जी विजलेंस को पत्र लिखकर जांच करने का अनुरोध किया था। इस मामले में कैट द्वारा बिहार सरकार की फजीहत की गई थी। पूर्व में मंसूर अहमद ने एडीजी सुनील कुमार पर भी गंभीर आरोप चस्पा किये थे।


इस बार अपने 29/05/2017 को लिखे पत्र के अनुसार बकौल रिटायर्ड आईपीएस मंसूर अहमद आईएएस आमिर सुबहानी की पत्नी डॉ. सादिका यास्मिन की मौत एक “साजिशन हत्या”है। पूर्व आईपीएस का कहना है कि एनैस्थिसिया का ओवर डोज़ देकर डॉक्टर साहिबा को घुटनभरी मौत दे दी गई। अपनी बातों को विस्तार देते हुते मंसूर अहमद कहते है अपने पद की आड़ में आपने (गृह सचिव) ने शव का पोस्टमार्टम तक नही होने दिया ना ही मामले की जांच होने दी और फिर दफना दिया। अपने आरोपो की फेरहस्ति में मंसूर अहमद कहते है कि आप ने अपनी सिर्फ सरकारी पदीय गरिमा के आड़ में अपनी पत्नी से नही पटने के कारण आप  डॉक्टर से मेल में लेकर  उसे एनेस्थीसिया का डबल डोज दिलवाकर घुटने के इलाज ले आड़ में मरवा दिया  और न ही सबंधित डॉक्टर के विरुद्ध कोई कांड तक दर्ज कराया।
एक गृह सचिव के पद पर बैठा व्यक्ति का यह कृत निश्चित ही साज़िशपूर्ण आपराधिक कृत की श्रेणी में है, लेकिन कयामत में अर्थात हश्र के मैदान में अल्लाह के दरबार मे माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और  और श्री अंजनी कुमार के साथ खड़े होने इंशाअल्लाह।अपने आरोप के बाबत मंसूर अहमद आगे लिखते है कि मैं भारतवर्ष का एल वरीय नागरिक होने के कारण स्पष्ट और सत्य व्यक्त कर रहा हूँ। उम्मीद है आप इसे अन्यथा न लेंगे, ये मेरा दायित्व था चाहे पद की किसी उचाई पर कोई बैठा हो कानून से ऊपर नही हो सकता।आपने आरोपो के बाबत पूर्व आईपीएस अल्लाह का वास्ता भी देते है और विस्तार देते हुए लिखते है ..यहाँ की सरकार और पद ने आपके साजिशपूर्ण प्रकरण में इंसाफ नही हुआ तो इंशाल्लाह अल्लाह की अदालत में आपकी पत्नी स्वयं खड़ा हो जाएगी और मैं भी खड़ा हो जाऊंगा  इंसाफ लेने के लिए इन्शाल्लाह।आप ने न केवल अपनी पत्नी के मानव अधिकार का उल्लघन कर हत्या किया बल्कि साजिशपूर्ण और रहस्यमय ढंग से घुटने के ईलाज की आड़ में पत्नी की हत्या कराई। इस्लाम ऐसा नही कहता। ढाढ़ी मात्र से कोई इस्लाम का परोपकार नही हो जाता है।यह पर व्यक्तिगत होकर अन्य बातों को उल्लेख किया है।फिर लिखते है मेरा दामन बहुत साफ है। एक कोई तोहमत लगा दीजिये और एक और विभागीय कार्यवाही चला दीजिये..

उल्लेखनीय है कि पिछले साल 31 जुलाई को गृह सचिव की पत्नी डॉक्टर सादिक यासमीन का कंकड़बाग स्थित एक निजी नर्सिंग होम में इंतकाल हो गया था। लगभग 45 साल की सादिका बुद्ध मार्ग स्थित केंद्र सरकार के अस्पताल सीजीएचएस में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी थीं। 30 जुलाई 2016,शनिवार को बेली रोड स्थित आवास के सीढ़ी से सादिका अचानक गिर गई। उन्हें डॉ. आरएन सिंह के अस्पताल में ले जाया गया। सोमवार को ऑपरेशन के लिए उन्हें ओटी ले जाया। इसी बीच हार्ट अटैक से उनका इंतकाल हो गया। गृह सचिव की शरीके हयात की मौत की खबर सुनने के बाद डीजीपी पीके ठाकुर समेत कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी पहुंचे थे। अस्पताल से उनका पार्थिव शरीर शाहगंज स्थित मायके ले जाया गया। फिर पूरे रीति रिवाज से शाहगंज स्थित कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए- खाक किया गया था।
वही मिली जानकारी के अनुसार डॉ. सादिका रिटायर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जियाउल हक सिद्दीकी की बेटी थीं।आईएएस टॉपर आमिर सुबहानी से उनकी शादी 1992 में हुई थी। आमिर को एक बेटी और एक बेटा है। बेटी सलामा सुबहानी लखनऊ से मेडिकल कर रही है जबकि बेटा हामिद उमर सेंट माइकल स्कूल में प्लस टू का छात्र रहे है।

 

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