बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

Patna Live की मुहिम ने झूठ का किया पर्दाफ़ाश,प्लस्टिक मीली रोटी के वायरल झूठ का असली सच, देखिये कैसे फैलाये जाते है झूठ

585

बृजभूषण कुमार, ब्यूरो प्रमुख, पटना सिटी

पटना Live डेस्क। एक भूखे के लिए भगवान,एक माँ खातिर उसके भूखे लाल खातिर वरदान,न जात न पात न जमात क्योकि ये रोटी है जनाब। लेकिन इसको भी बदनाम करने की साज़िश रची गई है। निशाने पर आम आदमी का निवाला। लेकिन पटना Live की मुहिम ने सच आपके सामने परत दर खोल कर रख दिया है। सब कुछ साफ साफ आपके सामने है। #ऑपरेशन #रोटी #वो सच……. जो आपका अधिकार है।

मोबाइल और तकनीक के इस दौर में सोशल मीडिया आम आदमी के दिनचर्या का एक जरूर हिस्सा बन चुका है। इसकी ताकत क्या है ये हमने अपने 2014 के लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से आंक चुके है। लेकिन इस जनसुलभ माध्यम को कुछ शातिर लोगो द्वारा किसी की छवि और अपना चेहरा चमकाने खातिर किस कदर षड्यंत्र पूर्वक एक झूठ को आम लोगो तक पहुचाया जाता हैं, इसकी बानगी हम पूर्व में भी देख चुके लेकिन अब भी निरंतर यह साज़िशें जारी है। इसी साज़िश का पर्दाफाश करने की मुहिम के तहत पटना Live ने “रोटी को बदनाम” की साज़िश का सच तलाशने की कवायद की तो जो सच सामने आया है वो आपको हतप्रभ कर देगा। आइये गरीब आवम के निवाले को साजिशन बदनाम करने की साज़िश का करते है परत दर परत खुलासा …
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जबरदस्त ढंग से वायरल है। इस वायरल वीडियो एक गृहणी आम आदमी से लेकर देश की प्रधानमंत्री के भोजन में समान रूप से शामिल रहने वाले आटे के मिश्रण में प्लास्टिक की मिलावट का दावा किया जा रहा है। साथ ही महिला द्वारा आटे में मिलावट को साबित करने के लिए एक प्रयोग भी दिखाया गया है। इस वीडियों के वायरल होने के बाद एक विशेष किस्म की घबराहट और मिलावट का अंदेशा लोगो मे देखने को मिली है। देखे वो वायरल वीडियो ..

वही सैकड़ो लोगो ने पटना Live के हेल्प Line पर फ़ोन कर और SMS कर पूछा है कि इस वीडियो की सच्चाई क्या है। दर्शको और पाठको द्वारा लगातार पूछे जाने वाले वायरल वीडियो के सच का असली सच जानने की मुहिम चलाने का निर्णय लिया है फिर…हम ने अपनी तहकीकात को फ़ूड डिपार्टमेंट तक को शामिल कर वैज्ञानकी आधार पर इसका सच तलाशने की कवायद की है।

तमाम जांचों प्रान्त जो सच सामने आया है उसके बाबत वायरल झूठ को किस तरह फ़ूड लैबोरेट्री के वैज्ञानिकों ने वैज्ञानिक विधियों के आधार पर गलत साबित किया और जो सच उनके द्वारा बयान किया गया वो इस प्रकार है।

हर सच और लेबोरेट्री का प्रयोग और उसका रिजल्ट आपके सामने है। अब आप स्वयं तय करे क्या यह एक साजिश नही है। आम से लेकर खास तक के निवाले को बदनाम करने की ? उम्मीद है आप भी अपने शब्दो से हमे नावाजेंगे..

 

Comments are closed.