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Exclusive (वीडियो) पूर्णिया में बाढ़ से बिगड़े हालत तो एसपी ने संभाली कमान,पानी से घिरे पंचायतों में आमआदमी के बीच मदद पहुचा रहे है निशांत तिवारी

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पटना Live डेस्क। बिहार के सीमांचल में बाढ़ की विभीषिका के बीच किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार में आवम असहाय और परेशान है। बाढ़ की भयावहता आम आदमी की दाने दाने को मोहताज़ कर रही है तो वही हर पल जिंदगी इम्तिहान ले रही है। बाढ़ से त्रासद हालात की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री को पूरी स्थिति की जानकारी दी तथा राहत और बचाव कार्य में मदद का अनुरोध किया। केंद्र से सीएम को हरसंभव भरपूर सहायता का भरोसा मिला है। इसके तुरंत बाद हुए संवाददाता सम्मेलन में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि स्थिति की भयावहता को देखते हुए राज्य सरकार ने केन्द्र से एनडीआरएफ की 10 टीम भेजने का अनुरोध किया। शाम तक 4 टीमें पूर्णिया पहुंच भी गईं। सेना की टुकड़ियों को दानापुर और रांची से प्रभावित जिलों में पहुंचने का निर्देश दिया गया है।

नेपाल की तराई और सीमांचल में पिछले 72 घंटे में हुई भारी बारिश के कारण गंगा, कोसी और महानंदा उफान पर हैं। इससे किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। राहत और बचाव के लिए सरकार ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ सेना को भी प्रभावित इलाकों में उतारा है। वही रविवार की देर शाम सेना का 4 काॅलम पूर्णिया पहुंचा। इसमें 1 काॅलम को किशनगंज भेजा गया। 3 काॅलम को पूर्णिया में रखा गया है। रविवार को भुवनेश्वर से पहुंची एनडीआरएफ की 4 टीमों में से 2 को किशनगंज में लगाया गया। एक-एक टीम को पूर्णिया और अररिया भेजा गया। वही एनडीआरएफ की 6 और कंपनी रही है।

पूर्णिया बायसी अनुमंडल में बाढ़ का कहर जारी

कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बायसी अनुमंडल क्षेत्र एक बार फिर बाढ़ की चपेट आ गया हैं। अनुमंडल क्षेत्र के कई पंचायतों में पानी घुस गया है। कई जगह सड़क कटने से लोगों को यातायात में बहुत परेशानी हो रही है,बाढ़ का पानी आने से लोगों में दहशत का माहौल है। बायसी विधान सभा अमौर विधानसभा लगभग पंचायत बाढ़ के चपेट में आ गए हैं।                                               जानकारी के मुताबिक अचानक बाढ़ का पानी घुसने से इस इलाके के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। माल-जाल और फसलो कि भारी पैमाने पर पर क्षति हो हुई है। बाढ़ का पानी घुसने से गांव टापू सा बन गए है। वहीं प्रशासन हर संभव मदद करने में जुटा है।

एसपी पूर्णिया ने संभाली कमान,प्रभावित क्षेत्रो कर रहे  है लगातार दौरा

पूर्णिया में बाढ़ से बिगड़े हालत के बीच प्रशासन और सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए आम आदमी को हर कीमत पर राहत पहुचाने ख़ातिर एसपी निशांत तिवारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे है। बाढ़ से दहशतज़दा आम लोगो न केवल भरोसा दिला रहे है बल्कि सेना द्वारा हेलीकाप्टर से एयर ड्रॉपिंग द्वारा फूडपैकेट प्रभावित क्षेत्रों में गिराने ख़ातिर लगातार कोर्डिनेशन कर रहे है।

वही स्थानीय लोगो से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों के बाबत जानकारी प्राप्त कर उनको सकुशल निकालने में बेहद कारगर भूमिका निभा रहे है। पानी की जबरदस्त धार भी निशांत के हौसले को नही तोड़ पा रही है। सड़क मार्ग से लगातार उन क्षेत्रों में पहुच रहे है जहाँ पहुचा जा सकता और जहां बोट से पहुच सकते है पहुच रहे है।


इस विभीषिका के बीच दहशतज़दा आमआदमी अपने एसपी को अपने बीच पाकर कम से कम ये यकीन कर पा रहे है कि सरकार उनके लिए फिक्रमंद है।साथ ही अपने साथ निशांत यथासंभव फ़ूड पैकेट और मेडिकल टीम को साथ लेकर पानी से घिरे पंचायतों में आमआदमी के बीच मदद पहुचा रहे है। वही गांव में बाढ़ का पानी घुसने से लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानो पर पलायन करने को बेचैन है। हज़ारों की संख्या और बोर्ट्स कि सीमित संख्या के बीच बेहद संयमित ढंग से नाव से उनको निकाला जा रहा है ताकि बाढ़ की त्रासदी के बीच क्षमता से ज्यादा लोग न सवार हो जाये और कही कोई नाव दुर्घटना न हो जाये।

साथ ही आईपीएस निशांत तिवारी लगातार राहत बचाव कार्य मे महती भूमिका तो निभा ही रहे है साथ ही बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए अस्थायी शेटलटर्स का भी लगातार निरीक्षण कर खाने और ठहरने के इंतजामात को भी सुचारू बनाये हुये है।

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