पटना Live डेस्क. कहते हैं जिसका रखवाला उपरवाला होता है..उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता..कुदरत ने जिसे जिंदगी दी है..उसकी जिंदगी कोई नहीं छीन सकता.. कुछ यही कहावत सच साबित हो गई पटना जंक्शन पर..जब पटरी के बीच में पड़ी आठ साल के मासूम के उपर से ट्रेन की कई बोगियां गुजर गईं लेकिन उस बच्ची का बाल बांका भी नहीं हुआ…दरअसल पटना जंक्शन पर उस समय अफरातफरी मच गई जब ट्रेन पर चढ़ने के दौरान यह बच्ची फिसलकर ट्रेन के नीचे गिर गई और ट्रैक के बीच में फंस गई ..गनीमत यह थी कि जिस समय यह घटना हुई उस समय ट्रेन की स्पीड ज्यादा नहीं थी…ट्रेन के नीचे गिरते ही वहां मौजूद लोगों ने चिल्लाना शुरु कर दिया..यात्रियों को चिल्लाता देख पास में ही खड़े आरपीएफ इंसपेक्टर और दारोगा ने दौड़ लगाया और ट्रेन पर सवार होकर उसे वैक्यूम कर रोक दिया…ट्रेन के रुकने के बाद लोगों ने देखा कि बच्ची ट्रैक के बीच में बेहोश पड़ी है..लोगों ने उसे फौरन ट्रैक पर से निकाला और उसे होश में लाया..होश में आने के बाद हादसे को याद कर बच्ची रोने लगी जिसे बाद में चुप कराया गया..आरपीएफ इंसपेक्टर ने बताया कि बच्ची का नाम सान्या है और उसकी मां का नाम अंजुम आरा है..पुलिस ने बताया कि मां-बेटी फुलवारीशरीफ जा रही थी..
जानकीर के मुताबिक आरा जाने वाली सवारी गाड़ी संख्या 63225 प्लेटफॉर्म नंबर एक से खुली… महिला अपनी बेटी के साथ दौड़ते हुए चलती ट्रेन में सवार होने की कोशिश कर रही थी.. महिला तो ट्रेन पर सवार हो गई, परंतु उसके हाथ से बेटी छूटकर चलती ट्रेन से नीचे जा गिरी.. उस वक्त आरपीएफ इंस्पेक्टर वीएन कुमार अपने कार्यालय कक्ष के बाहर अवर निरीक्षक संजीव से बातचीत कर रहे थे…बच्ची के गिरने पर यात्रियों के शोर करने पर दोनों दौड़ते हुए दो बोगियों में सवार हो गए.. वैक्यूम कर ट्रेन को रोकते-रोकते छह बोगियां बच्ची के ऊपर से गुजर गईं.. ट्रेन के रुकने के बाद आरपीएफ के जवान ट्रैक पर उतरे, बच्ची को बाहर निकाला.. बाद में उसे मां को सौंप दिया गया..
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