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बड़ी खबर – डॉन सलेम को नहीं मिली सालों से परोल, फिर भी बन गया बाप!

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पटना Live डेस्क। पिछले महीने मुंबई में हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोट मामले में दोषी ठहराए गए अबु सलेम ने मुंबई की एक अदालत में याचिका दायर करके शादी के लिए पैरोल या अस्थायी जमानत देने का अनुरोध किया था। अपने अपील में सलेम ने दो उच्च न्यायालयों का हवाला देते हुए दावा किया कि दोषियों को शादी करने के लिए इस तरह की राहत दी जा सकती है। टाडा अदालत ने यहां 12 मार्च 1993 के श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में भूमिका को लेकर जून में सलेम और पांच अन्य को दोषी ठहराया था।

डॉन बन गया पिता

                   आरोपी जेल में बंद हो, उसे पिछले कई सालों में परोल पर भी न छोड़ा गया हो,फिर भी वह बाप बन जाए,यह खबर बेहद चौंकाने वाली है। मगर अंडरवर्ल्ड के बेहद विश्वस्त सूत्र ने दावा किया है कि एक डॉन के साथ ऐसा ही हुआ। इस डॉन के खिलाफ महाराष्ट्र के अलावा कई अन्य प्रदेशों में भी संगीन अपराधों के मुकदमे चल रहे हैं। इसलिए सबसे बड़ा सवाल यह है कि वह किस राज्य की पुलिस या जेल की हिरासत के दौरान बाप बना।
विश्वस्त सूत्र का दावा है कि कई साल पहले विदेश से प्रत्यर्पित आरोपियों में बड़ा डॉन भी था। उसे कुछ मुकदमों में दोषी ठहराया जा चुका है। तो कुछ मुकदमों में वह तारीख पर जेल हिरासत में एक राज्य से दूसरे राज्य आता-जाता रहा है। ऐसी ही एक ट्रेन यात्रा में एक लड़की उसके डिब्बे में पहुंच गई थी। बाद में यह लड़की ट्रेन में उसकी नियमित हमसफर बन गई। इसी से वह गर्भवती हो गई। सूत्र का कहना है कि गर्भावस्था के दौरान वह ज्यादातर वक्त यूपी के गोंडा शहर में रही। उसने मुंब्रा के एक अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया, जिसकी उम्र सवा साल बताई जा रही है। सूत्र के अनुसार,कुछ साल पहले एक जेल में डॉन से इस लड़की की मुलाकात लड़की के मामा ने करवाई थी। अब शायद आप समझ ही गए होंगे कि हम किस डॉन की बात कर रहे है।


सूत्र के मुताबिक मुंबई में लोकल गाड़ियां स्टार्ट होते ही रफ्तार पकड़ लेती हैं। जबकि मेल ट्रेन को रफ्तार पकड़ने में थोड़ा वक्त लगता है। मुंबई सीएसएमटी से छूटने वाली मेल ट्रेन टेढ़े-मेढ़े ट्रैक की वजह से मस्जिद बंदर स्टेशन तक चींटी की रफ्तार से चलती है।उसी दौरान डॉन की प्रेमिका ट्रेन के सामान्य डिब्बे में घुसी होगी।आरोपी को अदालत की तारीख पर ले जाने वाले पुलिसकर्मी उसकी सुरक्षा के बहाने ट्रेन में टॉइलेट से सटे एक कूपे को अपने कब्जे में ले लेते हैं और उस कूपे को एक चादर से ढंक दिया जाता है। फिर आरोपी को उसकी प्रेमिका के साथ अकेला छोड़ दिया जाता है।

वर्त्तमान में संभालती है डॉन का कारोबार

आपको बता दें कि साल 2015 में स्थानीय टैबलॉयड में एक महिला की तस्वीर के साथ सलेम की शादी की एक खबर छापी थी।इसमें दावा किया गया था कि 8 जनवरी 2014 को पेशी के लिए लखनऊ जाते समय सलेम ने चलती ट्रेन में मुंबई की रहने वाली लड़की से निकाह किया था। इस लड़की का नाम कौसर है, जिसकी उम्र मात्र 27 साल है और वो अबू से पूरे 20 साल छोटी है।

फोन पर पढ़ा गया था निकाह

बताया जाता है कि दोनों का निकाह मुंबई के एक काजी ने फोन पर पढ़ा था। इस अजीबो-गरीब निकाह के गवाह सलेम का भाई और भतीजा हैं। इस निकाह के बाद कौसर सलेम के परिवार का हिस्सा बन गई हैं और वो ही इस वक्त तथाकथित उसके बिजनेस को चला रही है।

क्षतिपूर्ति’ की भरपाई


लेकिन पिछले साल कौसर ने टाडा कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि सलेम से उसके निकाह के बारे में गलत खबर छपने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। कई लोगों ने उससे शादी के बारे में पूछा। उसके चरित्र को लेकर गलत तरह की बातें कही-सुनी जाने लगी है और वो अब किसी और से शादी नहीं कर सकती इसलिए अब वह सच में अबू सलेम शादी करना चाहती है। सलेम ने जवाब में कहा कि वह प्रस्ताव को स्वीकार करके महिला को हुई ‘क्षतिपूर्ति’ की भरपाई करना चाहता है।

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