बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

Super Exclusive (Live वीडियो) अचानक छपरा एसपी ने की जेल में छापेमारी,मचा हड़कम्प, सघन तलाशी में 3 मोबाईल,3 चार्जर बरामद,जेल प्रशासन और कैदियों की मिलीभगत की भी खुली पोल

242

धर्मेन्द्र कुमार रस्तोगी, ब्यूरो कोर्डिनेटर, सारण

पटना Live डेस्क। एक ओर जेल पुलिस द्वारा कैदियों को महज़ चंद चांदी के सिक्कों के नज़राने की एवज में अवैध रूप से उपयोग व जरूरत के तमाम वस्तुओं को उपलब्ध करा कर जेल को अपराधियों की ऐशगाह में तब्दील करने की कवायद में भिड़े है। वही  दूसरी तरफ जिला पुलिस प्रशासन अपने नव नियुक्त कप्तान के नेतृत्व में अपराध मुक्त और भय मुक्त समाज के निर्माण ख़ातिर दिन रात प्रयासरत है। ताकि समरस और शांतिपूर्ण माहौल में जिला सफलता के नए आयाम को गढ़ सके। इस लक्ष्य की बुलंदियों को पाने के लिए सारण पुलिस कोई कोर कसर नही छोड़ रही है।


शायद इसी का नतीजा है की बुधवार की मध्यरात्रि में छपरा जेल की पोल खुल गई और कारा और कैदियों की सुरक्षा ख़ातिर तैनात चेहरों से मुखौटा उतर गया। लागतार मिल रही गुप्त सूचना के आधार पर सारण एसपी हरकिशोर राय अचानक बीती रात तकरीबन 12 बजे जेल में छापेमारी करने पहुचे।

जेल प्रशासन और कैदियों में मचा हड़कम्प,

बिना किसी निर्धारित कार्यक्रम या सूचना के दल बल के साथ जेल परिसर पहुचे पुलिस अधीक्षक ने जेल के अंदर पहुचकर प्रत्येक वार्ड में सघन तलाशी अभियान शुरु कराया। मंडल कारा के सभी वार्डों की बारीकी से जांच की गई। जाँच के बाद 3 कैदियों के पास से 3 मोबाईल फोन बरामद हुआ, साथ ही अन्य कैदियों के कब्जे से 9 मोबाईल चार्जर भी जब्त किया गया है। इस अचानक हुई छापेमारी से न केवल जेल प्रशासन की नींद उड गई बल्कि खुल भी गई।


जेल प्रशासन की लापरवाही और मिलीभगत का नतीजा ही है की जेल के अंदर कैदियों के पास मोबाईल फोन और चार्जर पहुंचा? इस बाबत एसपी साहब को इसकी जानकारी तो नही है लेकिन जाँच कराने का आदेश जरूर निर्गत कर दिया गया। जाँच के बाद दोषियों पर उचित कार्यवाही की जायेगी।

पुलिस अधीक्षक सारण का बयान

एसपी सारण ने जेल में छापेमारी के बाद बताया की सूचना मिली थी की जेल के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल तो हो ही रहा है साथ ही कुछ अवैध सामान भी जेल के अंदर ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही एसडीपीओ अजय कुमार सिंह और एसडीओ चेत नारायण राय के साथ जेल में छापेमारी शुरू की गई। हर वार्ड की बारीकी से तलाशी ली गई। जिसमें 3 कैदियों के पास से 3 मोबाईल फोन और अन्य कैदियों के पास से 9 चार्जर जब्त किया गया है। इन तीनों कैदियों पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी,जेल प्रशासन की मिलीभगत के बारे में बताया की अभी मुझे जानकारी नही है की किससे किसकी मिलीभगत है जानकारी मिलने पर कार्यवाई की जायेगी,जेल के अंदर मोबाइल का मिलना पुलिस की उपलब्धि है या फिर नाकामी,इस मामले में उनका कहना था की एक तरह पुलिस की कामयाबी है तो दूसरी तरफ नाकामी भी है।


हर किशोर राय की बातौर पुलिस अधीक्षक सारण की पोस्टिंग इस जिले में जब से हुई है तभी से निरंतर एसपी साहब रोज़ ब रोज़ अपराध के खिलाफ कुछ बेहद अप्रत्याशित जरूर करते है। वही अब तक पुलिस अधीक्षक द्वारा अपराध और अपराधियों के खिलाफ जारी मुहिम की कामयाबी से बढ़ते कदम से अपराधियों का मनोबल बहुत गिर गया है और अपराध का ग्राफ जिले में काफी हद तक नीचे आ गया है।

Comments are closed.