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बड़ी ख़बर- भागलपुर में मनोरमा देवी के घर चोरी का प्रयास,कही सृजन का साक्ष्य मिटाने का प्रयास तो नहीं

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पटना Live डेस्क। पूरे सूबे समेत देश भर में चर्चित सृजन महाघोटाले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। इसी बीच सृजन की पूर्व सचिव मनोरमा देवी के मनोरमा का घर विक्रमशिला कॉलोनी स्थित प्राणवती लेन में स्थित तीन मंजिले घर का ताला तोड़ कर चोरी का प्रयास की ख़बर है। चोरी की घटना के बाद कैंपस के भीतर मेडिकल के कुछ कागजात बिखरे मिले हैं। इससे आशंका गहरी हो गयी है कि चोर कुछ कागजात लेकर तो नहीं चले गये।घटना की सूचना पर तिलका- मांझी थाने की पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंची। घर के बाहरी हिस्से की जांच की।जेनेरेटर के कमरे का ताला टूटा मिला है। परिवार के लोग पिछले डेढ़ माह से घर में नहीं रह रहे हैं। हालांकि, अंदर के कमरे का ताला तोड़ने में चोर कामयाब नहीं हो पाया।

थानाध्यक्ष संजय कुमार सत्यार्थी ने बताया कि स्थानीय लोगों से चोरी होने की सूचना मिली थी। लोगों ने बताया कि सुबह दो बच्चे घर के कैंपस में घुसे थे।जब वे घर से बाहर आये,तो स्थानीय लोगों को चोरी होने का शक हुआ।उनकी सूचना पर पुलिस घर में जांच करने पहुंची।पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि जो बच्चे घर में घुसे थे, उनसे भी पूछताछ की गयी है. चोर के द्वारा कमरे का ताला तोड़ कर अंदर जाने का प्रयास किया गया है। हालांकि,चोर कमरे का ताला तोड़ने में कामयाब नहीं हो पाया। लेकिन, सिर्फ जेनेरेटर रूप का ताला तोड़ दिया था। वरीय अधिकारी से बात कर घर के आसपास सुरक्षा बढ़ायी जायेगी।
वहीं, इस घटना के बाबत भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि घर के कैंपस में मेडिकल के कागजात मिले हैं।जिसकी जांच की जा रही है। चुकी,घर पर कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था।इस कारण यह पता नहीं चल सका है कि घर से क्या गायब हुआ है।

सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की पूर्व सचिव मनोरमा देवी के घर में चोर के घुसने की खबर आने के बाद कयास लगाया जाने लगा है कि कहीं सृजन मामले का साक्ष्य मिटाने का प्रयास तो नहीं किये जा रहे है। यह आशंका इसलिए भी की जा रही है कि घर के कैंपस में पुलिस को कागजात बिखरे मिले। वही स्थानीय लोगों का कहना था कि घर के पास एक ब्रिफकेस फेंका हुआ था। हालांकि, ब्रिफकेस में कुछ था नहीं, वह टूटा हुआ था।

मनोरमा देवी के घर में इस तरह की घटना से एक संदेह गहरा गया है कि घर में कुछ तो ऐसी चीजें हैं, जो करोड़ों की सरकारी राशि के घोटाले का राज दबाये हुए है। लिहाजा चर्चा हो रही है कि इस घर को सीबीआइ अपने कब्जे में ले सकती है।कहा जाता है कि इस तीन मंजिले घर में सृजन के कई राज छिपे हैं। इसकी अभी तक गहनता से जांच नहीं हो सकी है। केवल ऊपरी तौर पर मनोरमा देवी के घर को पुलिस देखी है।

बेटे-बहू और सृजन की सचिव रजनी प्रिया

मनोरमा के घर में उसके बेटे अमित कुमार और बहू सह सृजन की सचिव रजनी प्रिया रहती थी। सृजन मामले का पर्दाफाश होने के बाद से अमित कुमार और रजनी प्रिया फरार हैं। इस घर में कई बड़े नामवर,प्रशासनिक पदाधिकारियों,नेताओं,कर्मचारियों,बैंक कर्मियों के आने जाने का ताता लगा रहता था।यह बात सृजन मामले में गिरफ्तार कई लोग पुलिस के समक्ष कबूल कर चुके हैं।

हालांकि,अभी मनोरमा देवी के घर में चोरी के प्रयास की बात कही जा रही है लेकिन, मनोरमा देवी के घर का ताला टूटने की घटना ने पुलिस प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुलिस इस मामले में अधिक कुछ इसलिए नहीं कर पा रही है क्योकि कि सृजन मामले की जांच सीबीआइ कर रही है।

चार कमरे में छिपा है राज

मनोरमा देवी के तीन मंजिले घर में चार कमरे ऐसे हैं, जिनमें ताले लगे हैं। सूत्र बताते हैं कि उन कमरों का ताला अभी तक खोला नहीं जा सका है।ये ताले तभी से लगे हुए हैं,जबसे सृजन मामले का खुलासा हुआ है। यानी,अमित कुमार और उनकी पत्नी के फरार होने के बाद से ये कमरे खुले नहीं हैं। हैरत की बात है कि न तो एसआइटी ने कमरों को खोलना चाहा और न सीबीआइ की नजर अब तक इस पर पड़ी है। हालांकि,यह चर्चा है कि अब इसे सीबीआइ अपने कब्जे में ले लेगी और गहनता से पड़ताल करेगी।

हर सुख-सुविधा से संपन्न है घर

सूत्र बताते हैं कि मनोरमा देवी का घर हर सुख-सुविधा से संपन्न है।करोड़ों के सामान अभी भी घर में मौजूद है। अनुमान है कि अभी भी सृजन से जुड़े कई कागजात यहां रखे हुए हैं,जो जांच टीम को सृजन मामले की तह तक ले जा सकता है।

सीबीआइ की हर किसी पर नजर

सूत्र बताते हैं कि सीबीआइ की हर किसी के ऊपर नजर है. कौन कहां जा रहा है, किससे मिल रहा है, कितनी देर कहां ठहर रहा है।हर गतिविधि पर सीबीआइ नजर रखते हुए साक्ष्य जुटा रही है।कोई बचना भी चाहे, तो मुश्किल होने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि सीबीआइ अभी कई बार उनलोगों से पूछताछ करेगी, जिनसे पूछताछ कर चुकी है। जैसे-जैसे सीबीआइ के पास नये डॉक्यूमेंट आते जा रहे हैं,उसके आधार पर नये सवाल खड़े हो रहे हैं। जिसका जवाब सीबीआइ संदिग्धों आरोपियों और संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ कर जुटायेगी।

 

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