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मधुबनी स्टेशन पर उकेरी जा रही विश्वविख्यात मिथिला पेंटिंग..गिनीज बुक में दर्ज हो सकता है नाम..सौ से ज्यादा कलाकर कर रहे मेहनत

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पटना Live डेस्क.   पूर्व मध्य रेलवे के मधुबनी स्टेशन का नाम जल्द ही गिनीज बुक में दर्ज हो सकता है… इसके लिए यहां दीवारों पर करीब 8000 से अधिक वर्ग फुट में मिथिला पेंटिंग उकेरी जा रही है… मधुबनी रेलवे स्टेशन पर इन दिनों एक सौ से ज्यादा कलाकार दिन-रात जुटे हुए हैं जो रेलवे की तरफ से… इन दिनों स्टेशन को पूरी तरह मिथिला पेंटिंग्स से संवारा जा रहा है.. अब यहां उतरने वाले यात्रियों को चहुंओर बनी विविध कलाकृतियों को देख यहां की प्राचीन कला- संस्कृति से रूबरू होने का सौभाग्य मिलेगा…

बता दें कि बीते दो अक्तूबर को पूर्व-रेलवे समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक आरके जैन ने यहां रेलवे स्टेशन परिसर की दीवालों पर मधुबनी पेटिंग बनाने के कार्य का विधिवत शुभारंभ किया था… अब एक सौ से अधिक कलाकार इसमें जुटे हैं…

कलाकारों को पेंट सहित अन्य संसाधन रेलवे द्वारा मुहैया कराए जा रहे हैं.. तेजी से चल रहे पेंटिंग्स कार्य पूरा होने के साथ ही शीघ्र ही मधुबनी पेंटिंग्स का मॉडल बन चुके स्टेशन का लोकार्पण किया जाएगा.. पेंटिंग्स कार्य पूरा होने के बाद देश का यह पहला स्टेशन होगा जो पूरी तरह मिथिला पेंटिंग्स से सजा होगा…

यहां रेलवे स्टेशन को पूरी तरह मधुबनी पेंटिंग्स से संवरने के बाद इसके विश्व का सबसे बड़ा मधुबनी पेंटिंग्स से सुसज्जित क्षेत्र होने का अनुमान लगया जा रहा है.. डीआरएम ने बताया कि प्लेटफार्म सहित स्टेशन परिसर के लगभग आधा किलोमीटर के रेडियस में तकरीबन आठ हजार वर्ग फुट में विभिन्न विषयें पर कलाकृतियां बनाए जाने का लक्ष्य है…

इस पेंटिंग को बनाने में करीब 100 से ज्यादा कलाकार जुटे हुए हैं… डीआरएम की मदद से बन रही इस पेंटिंग के लिए कलाकार पूरे जी जान से जुटे हुए हैं… आपको जानकार आश्चर्य होगा कि इतना बड़ी योजना श्रम दान से चलाई जा रही हैं.. अगले दो दिनों में ये पेंटिंग पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है…

सात दिनों तक चलने वाले इस पेंटिंग अभियान में पारिश्रमिक के तौर पर कलाकारों को कुछ नहीं मिलेगा.. फिर भी पूरे लगन से कलाकार  भारत के सबसे गंदे स्टेशन को खूबसूरत बनने में जुटे हुए हैं…

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