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अनिल कुंबले ने टीम इंडिया के हेड कोच पोस्ट से दिया इस्तीफा, विराट खुलकर कर रहे थे विरोध,शास्त्री के फेवर में है कोहली

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पटना Live डेस्क।आइसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 में पाकिस्तान के हाथों मिली करारी हार के बाद अनिल कुंबले ने टीम इंडिया के हेड कोच के पद से इस्तीफा दे दिया है। कुंबले का कॉन्ट्रैक्ट मंगलवार को ही खत्म हो रहा था, लेकिन वे वेस्ट इंडीज टूर तक बने रह सकते थे। हालांकि, टिकट बुक होने के बावजूद ऐन वक्त पर वे वेस्ट इंडीज रवाना नहीं हुए और लंदन में ही रहने का फैसला किया। कुंबले ने टीम के साथ न जाने के पीछे एक मीटिंग का हवाला दिया। लेकिन, माना जा रहा है कि विराट कोहली के साथ मतभेदों के चलते ही उन्होंने कोच की पोस्ट छोड़ने का फैसला लिया। कोहली-कुंबले के बीच मतभेदों की खबरें पिछले कुछ वक्त से सामने आ रही थीं। कहा जा रहा था कि कुंबले के काम करने के तरीकों से कोहली नाखुश हैं।

अनिल कुंबले पिछले साल 24 जून 2016 को कोच बने थे।उनका कार्यकाल चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के अंत तक था। लेकिन 12 जून को उनका कार्यकाल वेस्ट इंडीज टूर तक के लिए बढ़ाया गया था। कुंबले के नेतृत्व में साल भर में टीम के शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद भी वे अपनी कुर्सी नहीं बचा सके।इसके पीछे कई कारण हैं,पर सबसे बड़ा कारण खुद कप्तान विराट कोहली माने जा रहे हैं।बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिन से विराट कोच कुंबले के विरोध में खुलकर आ गए थे।

वही चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के हाथों हार के बाद कोच कुंबले और कप्तान विराट के बीच सुलझता हुआ मामला फिर उलझ गया था।विराट ने फाइनल से एक दिन पहले क्रिकेट सलाहकार समिति के समक्ष कुंबले को लेकर खुलकर आपत्ति जताई थी। जिससे सलाहकार समिति पसोपेश में थी।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कोच के तौर पर विराट कोहली की पहली पसंद रवि शास्त्री हैं। वह कुंबले से पहले बतौर डायरेक्टर और कोच टीम इंडिया से जुड़े थे। रविवार को ही कुंबले का कॉट्रैक्ट खत्म हुआ था।चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अनिल कुंबले का बतौर कोच कार्यकाल खत्म हो रहा था,जिसे बीसीसीआई ने इंडीज दौरे तक बढ़ा दिया था। 25 मई को इस पद के लिए आवेदन मांगे गए थे। कोच के लिए बीसीसीआई के मंगाए आवेदनों में कुंबले को सीधे एंट्री मिली थी।वहीं, पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी इस दौड़ में शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने हेड कोच के लिए एप्लिकेशन मंगवाई थीं।इसके लिए लालचंद राजपूत, डोडा गणेश,रिचर्ड पायबस, टॉम मूडी समेत 6 लोगों ने अप्लाई किया है।


कुंबले का सिलेक्शन टीम इंडिया के धाकड़ क्रिकेटर्स रहे सचिन तेंदुलकर,सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने किया था।पर उसके बाद कुंबले को बोर्ड में सपोर्ट करने वाला कोई नहीं था।ऐसे बड़े मौके कम ही आए थे जब बोर्ड में कोई कुंबले के सपोर्ट में खुलकर सामने आया।कहा जाता है कि कोच कुंबले टीम इंडिया में अनुशासन को लेकर काफी सख्त थे। कई मौकों पर वह प्रैक्टिस के दौरान खिलाड़ियों को लताड़ भी लगा चुके थे। साथ ही कई दौरों पर वे टीम के खिलाड़ियों की गर्लफ्रेंड, पत्नियों के जाने के भी खिलाफ थे।हालांकि, इस बारे में कभी उन्होंने खुलकर कोई बयान नहीं दिया।

दोनों के बीच मतभेद किस कदर थे कि दोनों के बीच चैम्पियंस ट्रॉफी में भी बातचीत नही हुई थी। चैम्पियंस  ट्रॉफी के दौरान प्रैक्टिस सेशन में कोहली और कुंबले के बीच बमुश्किल ही कोई बातचीत हुई। चीफ कोच अपना ज्यादातर समय बॉलर्स को प्रैक्टिस कराने में ही बिता रहे थे। वही बोर्ड ऑफ क्रिकेट कन्ट्रोल इंडिया  में कहा जा रहा था कि क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के साथ मीटिंग में कोहली ने ये साफ कर दिया कि कोच के साथ उनके रिश्ते गतिरोध पर पहुंच गए हैं।कोहली नेएडवाइजरी कमेटी को बता दिया था कि कुंबले से रिश्ते अब नहीं सुधर सकते।

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