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Big News (वीडियो) सुशासन की पुलिस से फौजी का सवाल – देश बचाये या अपने घरवालों को ?

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पटना Live डेस्क। बिहार में सुशासन की सरकार है। कहने को तो कानून का राज है। लेकिन हालात क्या है इसका अंदाज़ा महज एक फौजी के सवाल से लगाया जा सकता है।हम देश को बचायें या अपने घरवालों को ..
यह महज एक सवाल नही है बल्कि वो सच्चाई जो सुशासन की बेलगाम पुलिस की सच्चाई को न केवल बेपर्दा करने को काफी है।                                                                      एक फौजी जब  प्रताड़ना से तंग आकर मीडिया के जरिए जब यह सवाल सूबे और देश की जनता से करता है तब वो किस मानसिक वेदना से गुजर रहा होगा उसका सहज ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है। दरअसल उसके पिता को एक साजिश के तहत फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेज दिया गया है। सिस्टम से खफा आर्मी का जवान अपने पिता के लिए इंसाफ मांग रहा है। फौजी आदित्य कुमार ने बताया कि उसके पिता दीनानाथ सिंह भी रिटायर्ड आर्मी जवान हैं और वर्तमान में एक निजी कंपनी में सुरक्षा गार्ड का काम करते हैं। पटना के गौरीचक थाना इलाके में फौजी का परिवार रहता है।                         
फौजी आदित्य का कहना है कि गांव के ही अरुण कुमार ने 18 जून को मेरे पापा के अकाउंट में 8000 रुपये डाले और बाद में बोलने लगा कि यह जो रुपया है किडनैपिंग का है। ऐसा बोलते हुए वो मेरे पिता को थाना ले गया और फिर बाद में पुलिसवालों ने मेरे पापा को जेल भेज दिया। फिलहाल दीनानाथ सिंह अरवल जेल में बंद हैं। इस मामले में फौजी आदित्य का कहना है कि माणिकपुर थाना के एसआई अविनाश के इशारे पर ये सब हो रहा है। एक गहरी साजिश के तहत मेरे पापा को फंसाया गया है। अब फौजी अपने पापा की रिहाई के लिए गुहार लगा रहा है। वो पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहा है ताकि उसे इंसाफ मिल सके। उसका कहना है कि पापा के जेल में रहने के कारण वो अपने गांव में किसी से नजर नहीं मिला पा रहा है।                 फौजी आदित्य कुमार अरुणाचल प्रदेश, चाइना बॉर्डर के पास पोस्टेड है। वो छुट्टी लेकर अपने पिता को इंसाफ दिलाने आया है। इस मामले में उसने प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री व पुलिस के आलाधिकारियों से गुहार लगाया है लेकिन अबतक इस केस में कोई खास सुनवायी नहीं हुई है। हालांकि सीएम के यहां से उसे डीजीपी व एसपी से मिलने के लिए कहा गया है।

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