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Super Exclusive (खुलासा) भागलपुर के पूर्व एडीएम कुमार अनुज का सच -पतिपत्नी पर है हत्या का संगीन आरोप, घर से मिली थी लाश और खाते में लाखों रुपये,पत्नी का है सृजन कनेक्शन

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#हत्या का आरोप और 8 लाख की “हारले डेविडसन” बाइक की सवारी।                                                   #पत्नी सृजन महिला सहयोग समिति से जुड़ी थीं।         #घर से मिली थी ड्राइवर की संदिग्ध हालात में लाश।       # लगे सेक्सुअल हरासमेंट व शोषण करने का आरोप
# ड्राइवर के परिजनों ने लगाया था हत्या का आरोप
# मकतूल ड्राइवर के एकाउंट में मिले थे लाखो रुपये

पटना Live डेस्क। पूरे सूबे को सन्न कर देने वाले सृजन घोटाले की जननी मकतूल मनोरमा देवी के शहर भागलपुर से रिस रिस कर आर रही खबरों में अब एक और बड़ी खबर आ रही है। वर्त्तमान समय में बतौर बक्सर एडीएम कुमार अनुज कभी भी गिरफ्तार किये जा सकते हैं। उनके खिलाफ भागलपुर में एसडीओ रहते गड़बड़ी किये जाने की शिकायत है। कुमार अनुज पर भागलपुर में एसडीओ रहते गड़बड़ी करने के गभीर आरोप है। मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है।विकास मित्र बहाली में धांधली करने के मामले में कुमार अनुज के खिलाफ इसी वर्ष 08 मई को  भागलपुर के आदमपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। इसी मामले में भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने गिरफ्तारी का आदेश जारी किया है। यानी गिरफ्तारी की तलवार उन पर लटक गई है।

कुमार अनुज और विवाद

मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भागलपुर के तत्कालीन एसडीओ कुमार अनुज पर लगे आरोप की जांच एसएसपी मनोज कुमार ने की। जांच में उन्होंने आरोप को सत्य पाया। इसी कारण से कुमार अनुज को गिरफ्तार करने का आदेश निकाला गया है।यह पहला अवसर नही है जब कुमार अनुज पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हो।

                  पूर्व एसडीओ कुमार अनुज की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। पूर्व में हत्या और सुबूत मिटाने में नामजद आरोपी,बागबाड़ी,विकास मित्र, शिक्षक प्रतिनियोजन ,अनाज आवंटन, सैंडिस कंपाउंड के बाद अब अम्बई पोखर का मामला उनके सिर है। 26 जनवरी को हुए अम्बई पोखर कांड की प्रशासनिक जांच रिपोर्ट में भी उन्हें दोषी करार दिया गया है।शहर के अम्बई पोखर के गुनाहगारों में डीएसपी शहरयार अख्तर,हबीबपुर इंस्पेक्टर इंद्रजीत बैठा, सीओ जगदीशपुर निरंजन ठाकुर और अंचल कर्मचारी सुबोध तिवारी भी चिह्नित किए गए हैं।

पुलिस मैनुअल का किया उल्लंघन

रिपोर्ट में कहा गया है एसडीओ और डीएसपी ने पुलिस मैनुअल का खुला उल्लंघन किया है। बक़ौल मैनुअल के अगर भीड़ नियंत्रित नहीं होती है तो पहले लाठी चार्ज फिर पानी की बौछार की जानी है।गोली चलाने से पहले वरीय अधिकारियों की सहमति ली जानी चाहिए। यहां एसडीओ ने सीधे गोली चलाने का आदेश दे दिया।

क्या है अम्बई पोखर मामला

इसी वर्ष 26 जनवरी को पूरा देश शहर गणतंत्र दिवस की खुशियां मना रहा था, प्रशासन के कुछ अधिकारी पुलिसकर्मियों के साथ अम्बई पोखर से बजरंगबली की मूर्ति को हटाने पहुंच गए। इसको लेकर प्रशासन और पब्लिक में भिडंत हो गई थी।

इसमें पूर्व एसडीओ कुमार अनुज, सीओ निरंजन ठाकुर, अंचल अधिकारी सुबोध तिवारी की भूमिका संदिग्ध थी। प्रशासन के अधिकारियों ने शातिराना तरीके से इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी। फिर उन्हीं अधिकारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के नाम पर करीब 50 चक्र गोलियां चलाई थी।

पत्नी – श्रीमती दिव्या कुमार अनुज सिन्हा

विवादों में घिरे पूर्व एसडीओ कुमार अनुज की पत्नी दिव्या सिन्हा भी सृजन महिला सहयोग समिति से जुड़ी थीं। उन्होंने सृजन में अपना खाता भी खुलवा रखा था। मिली जानकारी के अनुसार विगत करीब 10 माह से कुमार अनुज ने अपने सरकारी वेतन की निकासी नहीं की थी। इसी बीच पत्नी ने सृजन से 7.17 लाख लोन लेकर कुमार अनुज को आठ लाख की हारले डेविडसन बाइक गिफ्ट की थी। अब सवाल तो उठेंगे ही लाज़मी है सवालों का उठना भी।


खैर,राजधानी पटना में वर्ष 2015 दिनांक 5 नवम्बर दिन बुधवार की सुबह 7 बजे एक एसडीओ के घरवालों ने राजीव नगर पुलिस को सूचना दिया कि उनके चालक ने फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली है। सूचना मिलते ही पुलिस बताये गए पते पर जब पहुंची तो उसकी लाश पंखे से लटक रही थी। आप सोच रहे होंगे हम आप को क्यो ये सब बता रहे है। तो लीजिये जानिए पूरा सच…

भागलपुर में तैनात एसडीओ कुमार अनुज के पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी स्थित आवास में उनके निजी चालक शनि कुमार(23) की संदिग्ध हालत में मौत हो गयी थी।  आवास के नीचेवाली मंजिल पर कमरे से लाश बरामद की गयी। उसके गले में कुत्ते को बांधनेवाला लोहे का चेन लगा हुआ था और लाश पंखे से झूल रही थी। एसडीओ की पत्नी व घर के अन्य सदस्यों ने इसे आत्महत्या बताया जबकि मृतक के मामा ने हत्या की आशंका जाहिर की। उसने राजीव नगर थाने में मामला दर्ज कराया।आरोप लगा कि सन्नी का सेक्सुअल हरासमेंट किया जाता था और उसे घर नहीं जाने दिया जाता था। पुलिस ने एसडीओ,उनकी पत्नी व कंपाउडर अमरेश के खिलाफ हत्या करने तथा साक्ष्य छुपाने के आरोप में एफआइआर दर्ज किया।


तब, मृतक के मामा राजू कुमार ने घटना को लेकर सवाल खड़ा किया था। उसका स्पष्ट कहना रहा था कि जो चेन गले में लगी हुई थी उससे गला नहीं कस सकता था। घटना के बारे में उनका कहना है कि एसडीओ की पत्नी मकतूल सन्न्नी का शोषण करती थी। उसे घर नहीं जाने देती थी।वह पिछले एक साल से उनकी गाड़ी चला रहा था। एक बार एसडीओ ने सन्नी को हटा दिया था लेकिन उनकी पत्नी ने दोबारा उसे रख लिया। उसने सेक्सुअल हरासमेंट का भी आरोप लगाया था। साथ ही मोबाइल गायब होने और सिम कार्ड वह क्यों तोड़ेगा ? जैसे कई बेहद गंभीर प्रश्न उठाये थे?

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