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“खाकी पर गिरी गाज” मुजफ्फरपुर के दो शराबी दरोगा हुए बर्खास्त, पर शराब माफिया का घोषित पिट्ठू सिपाही पर है मौन पुलिस मुख्यालय आखिर क्यों ?

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रंजन पांडेय, ब्यूरो प्रमुख, मुजफ्फरपुर

पटना Live डेस्क। सूबे में जारी पूर्ण शराबबन्दी को लागू करने वाले कंधो पर भी इसकी गाज लगातार गिर रही है। इसी क्रम में तिरहुत प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बड़ी कारवाई की है। शराब पीकर हंगामा करने वाले के आरोपित दो दरोगा भगवान सिंह और रामेश्वर सिंह को बरखास्त कर दिया है। डीआईजी के ईस कारवाई से जिले के पुलिस महकमे मे हड़कंप मच गया है, कुछ पुलिसकर्मी मे बैचैनी ज्यादा बढ गई है जो शराब मामले आरोपित है।

                 आपको बता दे की 27 अक्टूबर 2016 को विश्वविधालय थाना मे तैनात दरोगा भगवान सिंह स्टेशन रोड स्थित पुलिस क्लब से अपने एक साथी पुलिसकर्मी को फोन पे एक शराब कारोबारी को छोड़ने का दबाव डाल रहे थे मना करने पे गाली-गलौज करने लगे। इसकी सूचना एसएसपी विवेक कुमार को साथी पुलिसकर्मी द्वारा दी गई,एसएसपी ने एक विशेष टीम को मौके पे भेजा,जहा उक्त दरोगा को नशे की हालत मे पकड़ा गया, इस दौरान पकड़ने गये पुलिसकर्मी के साथ भी भगवान सिंह ने अभद्र व्यवहार किया। उत्पाद विभाग ने भगवान सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया। एसएसपी ने भगवान सिंह को निलंबित कर दिया। जेल से निकलने के बाद भगवान सिंह को बगहा जिला मे पदस्थापित कर दिया गया बावजूद की वो निलंबित थे ।


वही दुसरा मामला दरोगा रामेश्वर सिंह का है 04 मई 2017 को काजीमोहम्मदपुर थाने के प्रभारी थानेदार की भुमिका मे थे और थाने मे ही बैठ के शराब पी कर हंगामा कर रहे थे। सूचना एसएसपी को मिली उन्होने विश्वविधालय थाना प्रभारी को रामेश्वर सिंह को गिरफ्तार करने का आदेश दिया, विश्वविधालय थाना और उत्पाद विभाग जब काजीमोहम्मदपुर थाना पहुँची तो रामेश्वर सिंह थाने से भागने लगे, रामेश्वर सिंह को गिरफ्तार करने मे 1 घंटे से अधिक का समय लगा,रामेश्वर सिंह ने मिडिया को काजीमोहम्मदपुर थाना मे शराब कहा कहा बिकता है ये भी शराब के नशे मे बताया। इनके विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा गया।

दोनो दरोगा को एसएसपी द्वारा जेल जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था।इसी बीच पुलिस मुख्यालय के आदेश पर शराब मामले मे शामिल पुलिस अफसरों पर कारवाई को लेकर लगातार निर्देश दिये जा रहे थे।डीआईजी ने ठोस सबूत के आधार पर दोनो पुलिस अफसरो के विरुद्ध बखार्स्तगी की कारवाई की है।इस कारवाई के बाद जिले के पुलिसकर्मीयो मे सनसनी फैल गई है, विभागीय सूत्रो की माने तो अभी कई पुलिस वालो पर बर्खास्तगी की गाज गिर सकती है।

एक सिपाही बिहार पुलिस पर पड़ रहा भारी 

लेकिन जिले के ही मिठनपुरा थाना के टाईगर मोबाइल रविंद्र सिंह को भी शराब कारोबारी से साठगांठ और उसकी भतीजी की शादी मे शराब पीकर खुलेआम शराब के नशे मे सरकारी पिस्टल से फायरिंग करने के मामले मे एसएसपी ने निलंबित किया था। जांच के बाद विभागीय कारवाई की बात कही थी, मामले की जांच नगर डीएसपी आशिष आंनद ने करते हुये रविंद्र को दोषी पाया था, लेकिन कुछ दिनो के बाद ही रविंद्र सिंह को मिठनपुरा थाना मे पदस्थापित कर दिया गया। सूत्रो की माने तो रविंद्र के सर पे किसी वरीय अधिकारी का हाथ हैअब देखना है डीआईजी ऐसे पुलिसकर्मीयो पे कारवाई करते है या नहीँ?

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